39 Part
285 times read
8 Liked
कथा नशा की काव्य समीक्षा रुतबे का गुरूर नशा रुतबा ,दौलत हो या शोहरत ताकत का इंसानों की दुनियां में नफ़रत फासले की जमीं जज्बात।। खुदा की कायनात में ऊंच नीच ...